झुंझुनूं जिले के मंड्रेला थाने में एक युवक से पूछताछ के दौरान लात-घूंसों से मारपीट की गई। जिसमें थाने के अनुसंधान कक्ष के गेट का शीशा टूट गया और उसके कांच के टुकड़े युवक के हाथ में घुस गए। इससे युवक की हाथ की नस कट गई और वो खून से लथपथ हो गया। कमरे म
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गंभीर हालत में युवक को बुधवार देर रात झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के उजागर होते ही एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने आरोपी कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया और जांच चिड़ावा डीएसपी को सौंपी है।

झुंझुनूं जिले के मंड्रेला थाने में पूछताछ के दौरान युवक से लात-घूंसों से मारपीट की गई, जिससे गेट का शीशा टूट गया और कांच के टुकड़े युवक के हाथ में घुसने से वो लहूलुहान हो गया।
मौखिक शिकायत पर थाने बुलाया, फिर की मारपीट रावतसर (चूरू) निवासी मोहम्मद तारीफ बैंगलुरु में ट्रांसपोर्ट का काम करता है। उसने बताया कि मंगलवार को मंड्रेला थाने के कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार ने उसे फोन पर बताया कि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है और उसे थाने आना पड़ेगा।
बुधवार को मोहम्मद तारीफ अपने भाई गफ्फार और दोस्त असलम के साथ थाने पहुंचा। उसका आरोप है कि वहां पहुंचते ही कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार और एक अन्य व्यक्ति ने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। जब उसने इसका विरोध किया तो दोनों ने उस पर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। इसी बीच उसे जोरदार लात मारी गई, जिससे वह अनुसंधान कक्ष के शीशे के दरवाजे से जा टकराया।
शीशा टूटा, नस कटी, खून से भर गया कमरा यह टक्कर इतनी तेज थी कि दरवाजे का शीशा टूट गया और उसके टुकड़े तारीफ के हाथ में जा धंसे। एक बड़ा टुकड़ा उसके हाथ की नस में लग गया, जिससे तेज खून बहने लगा। देखते ही देखते अनुसंधान कक्ष का फर्श खून से भर गया और तारीफ बेसुध होकर गिर पड़ा।
इसके बाद मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे पहले मंड्रेला सीएचसी पहुंचाया, जहां से उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल रेफर कर दिया गया।

मंड्रेला थाने में अनुसंधान कक्ष का यही वो गेट है जिसका शीशा टूटने से युवक घायल हुआ।
मजदूरी के पैसों को लेकर विवाद इस मामले की जड़ में मजदूरी का विवाद है। जिस युवक की शिकायत पर तारीफ को थाने बुलाया गया था, उसका आरोप है कि तारीफ ने उसकी मजदूरी के 12 हजार रुपए नहीं दिए। वहीं, तारीफ का कहना है कि उसने पहले ही 10 हजार रुपए दे दिए थे और केवल 3 हजार रुपए बाकी थे, जिसे देने से वह कभी मना नहीं कर रहा था।
तारीफ का आरोप है कि विवाद सुलझाने के बजाय कॉन्स्टेबल मुकेश ने मौखिक शिकायत को आधार बनाकर उसे थाने बुलाया और टॉर्चर किया।

थानाधिकारी का दावा– युवक ने खुद को चोट पहुंचाई मंड्रेला थानाधिकारी सुरेश रोनल ने इस मामले में कहा कि घायल युवक मोहम्मद तारीफ को तुरंत अस्पताल ले जाया गया और उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई है।
एसपी की त्वरित कार्रवाई घटना की जानकारी मिलते ही एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने मंड्रेला थानाधिकारी सुरेश रोनल से मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी। प्रारंभिक जांच में कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार की संलिप्तता सामने आने पर उसे तुरंत लाइन हाजिर कर दिया गया। इस मामले की जांच चिड़ावा डीएसपी विकास धींधवाल को सौंप दी गई है। एसपी ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और यदि कॉन्स्टेबल दोषी पाया गया तो सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

घायल युवक को पुलिसकर्मियों ने पहले मंड्रेला सीएचसी पहुंचाया, जहां से उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल रेफर कर दिया गया। युवक का आरोप है कि मौखिक शिकायत को आधार बनाकर उसे थाने बुलाया और टॉर्चर किया गया।
मंड्रेला थाना पुलिस पर पहले भी उठे सवाल यह पहली बार नहीं है जब मंड्रेला थाने पर पुलिस बर्बरता के आरोप लगे हो। पिछले साल मई 2024 में बुचाहेड़ा कोटपूतली निवासी गौरव शर्मा को रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह 5 दिन के रिमांड पर था, लेकिन 29 मई को उसकी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया, जहां से झुंझुनूं रेफर किया गया। वहां उसकी मौत हो गई थी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि गौरव को पुलिस ने प्रताड़ित किया और हत्या कर दी। इस मामले में मंड्रेला थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया गया था।
5 दिन में पुलिस बर्बरता के 2 मामले मंड्रेला थाने की इस घटना से 2 दिन पहले सोमवार 11 अगस्त को भी झुंझुनूं में पुलिसकर्मी की बर्बरता का मामला सामने आया था। रेलवे स्टेशन के पास एक दुकान में घुसकर एक एएसआई ने दुकानदार से डंडों से जमकर मारपीट की थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसपी ने उस एएसआई को भी लाइन हाजिर कर दिया था।