मनीष अवस्थी
रायबरेली। अपने पति की लंबी उम्र की कामना करने के लिए सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करती हैं लेकिन वट वृक्ष के चारों तरफ यदि गंदगी का अंबार लगा हो तो पूजा कितनी विधि विधान से हो सकती है इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसा ही वाकया नगर क्षेत्र के मलिक मऊ के महुआ पार्क में देखने को मिला। जहां महिलाएं वट वृक्ष की पूजा के लिए इकट्ठा हुई थी लेकिन वटवृक्ष के चारों तरफ फैली गंदगी के अंबार ने नगर पालिका परिषद के कार्यो की कलई खोल कर रख दी। गंदगी का अंबार देखकर व्रती महिलाओं में प्रशासनिक अमले के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला ।
नगर क्षेत्र के मलिक मऊ मोहल्ले के महुआ पार्क में एक बहुत पुराना वटवृक्ष है। जहां मान्यता के अनुसार सुहागिन महिलाएं विधि विधान से पूजा करती आई हैं । हर साल पूजा से पहले नगर पालिका परिषद साफ सफाई का का काम करवाता आया है लेकिन इस बार घोर लापरवाही के चलते पूजा स्थल के चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जिसको देखकर व्रती महिलाओं में आक्रोश व्याप्त हो गया। किसी तरह वट वृक्ष के चबूतरे को साफ करके महिलाओं ने पूजा अर्चना तो की लेकिन परिसर में फैले गंदगी के अंबार को देखकर व्रती महिलाओं में नाराजगी भी देखी गई।
जेष्ठ मास की अमावस्या के दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। हिंदू धर्म में बरगद के पेड़ को पूजनीय माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस पेड़ में सभी देवी देवताओं का वास होता है। इसलिए बरगद के पेड़ की आराधना करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता सावित्री अपने पति के प्राणों को यमराज से छुड़ाकर वापस ले आई थी। इसलिए इस व्रत का विशेष महत्व माना जाता है। कहते हैं इस व्रत को रखने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति भी होती है।
सैकड़ों महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करने महुआ पार्क पहुंचती है। क्योंकि वहां सैकड़ों साल पुराना वटवृक्ष अभी भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। लेकिन इस बार जो नाराजगी व्रती महिलाओं में दिखी वह निश्चित तौर पर नगरपालिका के लिए एक बेनामी दाग की तरह माना जा रहा है। फिलहाल महिलाओं ने किसी तरह पूजा अर्चना तो की लेकिन आगामी नगर पालिका चुनाव के लिए भी सही नेता चुनने की गुपचुप चर्चा करते भी दिखी।
वट वृक्ष की पूजा करने के लिए हम लोग इकट्ठा हुए थे लेकिन वहां चारों तरफ गंदगी का अंबार फैला हुआ है। किसी ने कोई साफ सफाई नहीं की। नगर पालिका की लापरवाही के चलते इस बार साफ सफाई नहीं हो पाई। किसी तरह हम लोग पूजा करके वापस जाएंगे।