वाजिद हुसैन की- रिपोर्ट
सुलतानपुर-लम्भुआ: पिछले 34 दिनों से ब्लॉक परिसर में चल रहे धरने के बावजूद प्रशासन द्वारा समस्याओं का निस्तारण न करने से सोमवार को किसानों का धैर्य जवाब दे गया। आक्रोशित किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर शासन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और तहसील कार्यालय का गेट बंद कर कर्मचारियों को बंधक बना लिया। पुलिस के समझाने बुझाने के बाद किसानों ने गेट को खोला। समस्याओं का निस्तारण न होने से मंगलवार से आमरण अनशन पर बैठने का किसानों ने निर्णय लिया है।
भारतीय किसान यूनियन हिंद गुट का लंभुआ ब्लॉक परिसर में 19 अगस्त से धरना चल रहा है। प्रदेश अध्यक्ष प्रभात कुमार उर्फ सूरज सिंह तथा मंडल अध्यक्ष आनंद कुमार उर्फ बंटी सिंह के नेतृत्व में सोमवार को ब्लॉक परिसर में किसान महापंचायत का आयोजन था। जिसमें तहसील प्रशासन के अधिकारियों को रहने के लिए सूचना दी गई थी। आरोप है कि महापंचायत में थोड़ी देर एसडीएम रहने के बाद सारे अधिकारियों को अपने साथ लेकर चले गए। फिर किसानों का धैर्य जवाब दे गया और काफी संख्या में महिला पुरुष किसान ब्लॉक परिसर से तहसील मुख्यालय के लिए पूछ कर गए। और कार्यालय के सामने लखनऊ वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। तहसील आवास कार्यालय का गेट बंद करके वहां पर मौजूद कर्मचारियों को बंधक बना लिया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस के समझाने बुझाने के बाद किसान नेताओं ने गेट का ताला खोला। प्रदेश अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी योगी सरकार को बदनाम कर रहे हैं। समस्याओं का निस्तारण न होने से किसानों में आक्रोश है। सोमवार से किसान आमरण अनशन पर बैठ रहे हैं, अगर किसी किसान के साथ कुछ अनहोनी होती है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। मौके पर जिला अध्यक्ष गिरीश पांडे, राम लवट पाल, राधेश्याम, आदर्श शुक्ला आदि सैकड़ों किसान मौजूद थे।