रायबरेली । (उमेश यादव) जनपद में 12 मई से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान(आईडीए) के तहत दवा खिलाने का कार्य शुरू हो रहा है, जो 27 मई तक चलेगा | अभियान की तैयारियों को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) केनिगरानीकर्ताओं(मॉनिटर्स)के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया |
डब्ल्यूएचओ से जोनलआफिसरडॉ राहुल ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग सबसे मजबूत कड़ी के रूप में काम कर रहा है ।यह अभियान तभी सफल होगा जबबेहतर माइक्रोप्लान बनाकर उसी के अनुसार क्रियान्वयन किया जाएगा | हमें प्रयास करना है कि हम लक्षित आबादी को शत प्रतिशत आच्छादित करें | विश्व स्वास्थ्य संगठन पूरे अभियान की निगरानी करेगा, स्वयं सेवी संस्था पाथ तकनीकी सहयोग औरप्रोजेक्ट कंसर्न इंटेरनेशनल (पीसीआई) सोशल मोबिलाइजेशन में मदद करेगा | जहां कहीं भी दिक्कत आ रही है सहयोग किया जाएगा | इसकेसाथ ही स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च(सीफॉर) मीडिया और प्रचार प्रसार में पूर्ण सहयोग करेगा | पाथ से डा. इल्हाम जैदी ने बताया कि आपके सहयोग में पूरा तंत्र खड़ा है |
पीसीआई से राजू तिवारी ने बताया कि दवा खिलाना हर हाल में सुनिश्चित करना है और इसके लिए जो भी बन पड़ेगा पूरा प्रयास किया जाएगा |
क्या है फाइलेरिया ?
फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला संक्रामक रोग है, जिसे सामान्यतः हाथी पाँव के नाम से भी जाना जाता है |पाँचसालों तक लगातार साल में एक बार दवा का सेवन करने से इन बीमारी से बचा जा सकता है |