प्रतापगढ़: प्रतापगढ़ जिले में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लिपिक संवर्ग पर तैनात कर्मचारी किस कदर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं इसका नमूना नौ शिक्षिकाओं के फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने का मामला सामने आने के बाद खुला है।
प्रतापगढ़ में यह 9 शिक्षिकाएं पिछले 6 वर्षों से फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापिका पद पर तैनात थीं।
विभाग के बाबू ने जांच के नाम पर पत्रावली को दबा रखे थे। जिले के नवागत बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह को इस बात की भनक लगी तो उन्होंने मामले की गहराई से जांच कराई।
जांच में मामला सामने आने के बाद अब इन शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2016-17 में हुई 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में इन 9 शिक्षिकाओं की भर्ती हुई थी।
इन शिक्षिकाओं ने टीईटी का फर्जी प्रमाणपत्र लगा रखा था। ऑनलाइन जांच के दौरान इन शिक्षिकाओं का प्रमाण पत्र फर्जी होने की बात सामने आई थी किन्तु ऑफलाइन सत्यापन के बहाने पत्रावली को दबा दी गई थी।