निगोहां क्षेत्र के हरिहर पुर पटसा गांव में एक मजदूर खेतों में घुसे आवारा जानवरों को खदेड़ते हुए खेतो के बाहर पहुंचा तभी अचानक जमीन में पड़ी पत्तियों के ढेर में पैर जा पड़ा और तेज आवाज से धमाका हुआ, और मजदूर धमाके के साथ दूर जा गिरा। वहीं धमाके की तेज आवाज सुनकर पड़ोस के खेतों में मौजूद किसानो ने दौड़कर मौके पर देखा कि मजदूर खून से लथपथ पड़ा हुआ था। दाहिना पैर क्षतिग्रस्त हो चुका था, सूचना पर पहुंचे परिवारीजन उसे लेकर सीएचसी मोहनलालगंज पहुंचे,जहां से डॉक्टरों ने उसे ट्रामा सेंटर भेज दिया। जहा उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।वही घटना की सूचना ग्रामीणो ने कंट्रोल रूप दी है।
निगोहा के हरिहर पुर पटसा गांव के रहने वाले मजदूर अखिलेश कुमार ने बताया कि सोमवार देर रात वह अपने खेतों को देखने गया हुआ था। जहां मेंथा आयल के खेत मे आवारा जानवरों का झुंड घुसा हुआ था। तभी वह आवारा जानवरों को खदेड़ने लगा । जानवर पास के तुर्का तालाब की तरफ चले गए वह भी जानवरों को खदेड़ता हुआ जब तालाब किनारे जा पहुंचा,तभी जमीन में पड़ी पत्तियों के ढेर में उसका पैर पड़ा इसी बीच तेज आवाज से धमाका हुआ और धामके के साथ वह छिटककर दूर जा गिरा। आवाज सुन पड़ोस के खेतों में मौजूद किसान दौड़ पड़े और देखा कि मजदूर का दाहिना पैर क्षतिग्रस्त था और वह चीख रहा था सूचना पर पहुंचे परिवारीजन निजी वाहन से उसे लेकर सीएचसी मोहनलालगंज गये,जहां से डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया।उधर ग्रामीणो ने घटना की सूचना कंट्रोल रूम को दी।धमाके के कारणों का पता नहीं….किसान को भी नहीं पता कि धमाका कैसे हुआ…लेकिन किसान का कहना है कि धमाके से पैर छतिग्रस्त हुआ
एसओ जगदीश पांडेय ने बताया कि घटना के बारे में थाने पर कोई सूचना नही देने आया इसकी जांच कर कार्यवाही की जायेगी।