निगोहां के नरायन खेडा गांव में कुछ दबंगों द्वारा पुलिस की मुखबरी करने का आरोप लगाकर एक मजदूर की पिटाई कर दी। पीड़ित ने पुलिस कंट्रोल रूम पर मारपीट की सूचना दी जहां मौके पर पहुंची पुलिस को आता देख आरोपित मौके से भाग निकले जिसके बाद पुलिस ने उल्टा पीड़ित को ही थाने उठा लायी। वहीं पीड़ित परिवार ने बेटी से छेड़छाड़ करने व मारपीट की तहरीर दी।उधर रात भर पीड़ित को पुलिस हवालात में ही बन्द रखा। इससे नाराज बुधवार सुबह आक्रोशित सैकड़ो ग्रामीण निगोहां थाने पहुंचे और पीड़ित को ही उठाकर लाने का विरोध करते हुए हंगामा करने लगे। इस पर पुलिस ने पीड़ित हवालात से बाहर निकाला जिसके बाद नाराज ग्रामीण शान्त हुए।
नरायन खेडा गांव के रहने वाले रज्जन उर्फ राजा को निगोहां पुलिस ने बीती 20 फरवरी को स्मैक के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जो अभी भी जेल में है।मजदूर श्रीपाल के मुताबिक मंगलवार देर रात गांव के रहने वाले राजा के भाई सरवन, राकेश, प्रेमचंद, व दिवांशु ने गांव के रास्ते मे उसे अकेला पाकर घेर लिया और भाई राजा को स्मैक बेचने की पुलिस को मुखबरी करने का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई करने लगे शोरगुल मचाने के बाद ग्रामीण दौड़ पड़े जिसके बाद पीड़ित ने मारपीट की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम पर दे दी।जहां पहुंची पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के बजाय पीड़ित को ही उठा लायी।
वहीं पीड़ित परिवार की एक किशोरी ने दबंग भाइयों के विरुद्ध छेड़छाड़ व मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मामले की तहरीर भी दी। उधर रात भर पीड़ित को हवालात में ही बन्द रखा। बुधवार सुबह आक्रोशित सैकड़ो ग्रामीण ट्रैक्टर ट्राली से निगोहां थाने पहुंचे और पीड़ित को ही उठाकर लाने का विरोध करते हुए हंगामा करने लगे। जिसके बाद पुलिस द्वारा पीड़ित को छोड़ा गया। तब जाकर मामला शांत हुआ। एसओ निगोहां जगदीश पाण्डेय ने बताया कि स्मैक की मुखबरी करने का आरोप लगाते हुए मारपीट हुई थी। छेड़छाड़ का मामला बेबुनियाद है। जांच की जा रही है। और देर शाम दोनो पक्षो ने आपसी सुलह कर किसी भी कार्यवाही से मना किया है।
रिपोर्ट नीतिका द्विवेदी