मोहनलालगंज– लखनऊ रेलवे प्रशासन को बड़े हादसे का इंतजार प्लेटफार्म से लेकर पटरियों के बीच तक आवारा पशु घूमते रहते हैं जबकि पिछले सप्ताह गाय कट गई थी वह एक हफ्ते से अधिक समय तक पटरी पर पड़ी रही मोहनलालगंज रेलवे स्टेशन पर आवारा पशुओं का आतंक बना हुआ है जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है जानवर पीछे से किसी भी इंसान को कभी भी प्लेटफॉर्म से नीचे फेंक सकते हैं यात्रियों का आवागमन भी रहता है ऐसी कई बार घटनाएं हुई लेकिन रेलवे प्रशासन मौन है आवारा पशुओं को प्लेटफार्म से लेकर रेलवे लाइन पटरियों के बीच झुंड के झुंड रूप में देखे जा सकता हैं विगत सप्ताह ट्रेन से कटकर एक गाय की मौत हो गई थी इससे ट्रेन संचालन भी बाधित हो सकता है जबकि प्रदेश सरकार के पशु आश्रय केन्द्र बनाने के दावे कितने असरदार है चाहे राज मार्ग हो चाहे गावों की गलियों में चारो ओर आवारा पशु विचरण करते रहते है आखिर इनका जिम्मेदार कौन,सरकार पशु क्रूरता पर तत्काल कार्यवाही करती है गौ तस्करी पर कार्यवाही क्यो करती है आखिर इन भूखे मारने वाले मवेशियों के पालनहार कहा गए दूध चाहिए खाद चाहिए माना कि गोबर कम जरूरत है लेकिन कृषि वैज्ञानिक बताते है सर्व श्रेष्ठ अनाज उत्पादन बढ़ाने के लिए सर्वोत्तम खाद गोबर से ही मिलती है। गाय रेलवे प्लेट फार्म की पटरियों के बीच कट गई थी जिसकी ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की परंतु गाय वही पड़ी सड़ गई और दुर्गंध से ग्रामीण परेशान रहे इससे बरसात के कारण तमाम प्रकार की बीमारियों का खतरा बना रहता है दूर दूर तक दुर्गंध फैलती रहती है।
शिव बालक गौतम की रिपोर्ट