रिपोर्ट राहुल मिश्रा
जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के चलते सरकार की मंशा पर फिर रहा है पानी
शिवगढ़ रायबरेली। जहां एक ओर सरकार पर्यावरण को संरक्षण प्रदान करने के लिए हर जतन प्रयास कर रही है। ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे। जिसको लेकर सरकार पानी की तरह रुपए बहाकर लगातार वृक्षारोपण एवं जागरूकता अभियान चला रही है। ग्रीन यूपी, क्लीन यूपी बनाने के लिए सरकार सभी से वृक्षारोपण करने की अपील कर रही है। वहीं दूसरी ओर पुलिस एवं वन विभाग की उदासीनता के चलते वन माफिया बेखौफ होकर हरियाली पर आरा चला रहे हैं। चर्चा है कि वन विभाग और पुलिस के कुछ कर्मचारियों की सांठगांठ से वनमाफिया बेखौफ होकर प्रतिबंधित हरे पेड़ों पर आरा चला रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण थाना क्षेत्र के नेमलापुर मजरे कुंभी में देखा जा सकता है। जहां फलदार आम के पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई की जा रही है। वन विभाग जानकर भी अंजान बना हुआ है। ज्ञात हो कि नवआगंतुक थानाध्यक्ष रवींद्र सोनकर ने शिवगढ़ थाने की कमान संभालते ही जनप्रतिनिधियों एवं पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा था कि उनके रहते क्षेत्र में एक भी प्रतिबंधित पेड़ की अवैध कटान नहीं होगी। लेकिन आलम यह है कि थाने से चंद किलोमीटर व पुलिस की चेकिंग पॉइंट कुम्भी बॉर्डर से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर ही पिछले 2 दिनों में बिल्कुल स्वस्थ हरे भरे फलदार मोटे-मोटे आम के पेड़ काटे जा रहे हैं। वन माफियाओं को न तो वन विभाग का खौफ और न ही पुलिस का डर! क्षेत्र के लोगों का कहना है कि धड़ल्ले से हो रही पेड़ों की कटान कहीं न कहीं वन रक्षकों की संलिप्तता की ओर संकेत करती है। कोविड-19 संकट काल में पड़े ऑक्सीजन के अकाल के बाद भी हो रही पेड़ों की कटान चिंता का विषय बनी हुई है। इस बाबत जब थाना अध्यक्ष रवींद्र सोनकर से बात की गई तो उन्होंने कहा वन विभाग के अधिकारियों से बात करो। वही जब वन विभाग के डीएफओ महेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया चल रही अवैध कटान के मामले में कार्यवाही की गई है।