अमेठी के ओम प्रकाश मिश्रा उर्फ प्रकाश मिश्रा की एक जमीन गौरीगंज तहसील के चौहानपुर गांव में थी. पुलिस विभाग को अमेठी में पुलिस लाइन के निर्माण के लिए एक जमीन की जरूरत थी, प्रकाश मिश्रा की जमीन पसंद आई, सौदा हो गया. प्रकाश ने अपनी जमीन को करीब दो करोड़ रुपये में पुलिस विभाग को बेच दिया.
हाल ही में पुलिस विभाग के पास एक नोटिस आया, तब पता लगा कि ओमप्रकाश ने विभाग को 78 लाख का चूना लगा दिया. ये नोटिस रिकवरी का है. इसमें लिखा है कि कई साल पहले प्रकाश मिश्रा ने अपनी इस जमीन को बैंक के पास गिरवी रखकर 78 लाख रुपए का लोन लिया था. जांच पड़ताल हुई तो पता लगा कि ओमप्रकाश ने फर्जी कागजातों की मदद से पुलिस के नाम पर जमीन का बैनामा कर दिया था.
अमेठी पुलिस ने FIR दर्ज की
अमेठी के एसपी इलामरन जी ने सोमवार, 27 मार्च को बताया कि प्रकाश मिश्रा ने जालसाजी की है और इसलिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने मामले की जानकारी देते हुए बताया,
‘चौहानपुर गांव में स्थित जमीन का प्रकाश मिश्रा ने 27 जुलाई, 2017 को बैनामा कराया था. जमीन बेचने से पहले उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया से 78 लाख रुपये का कर्ज भी लिया था और जमीन बैंक के पास गिरवी रखी हुई थी. रजिस्ट्री के दौरान प्रकाश मिश्रा ने इस बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी थी. अमेठी पुलिस ने जमीन के बदले प्रकाश को एक करोड़ 97 लाख रुपये भुगतान किए थे. ये मामला तब सामने आया, जब तीन जनवरी 2023 को ऋण वसूली ट्रिब्यूनल, इलाहाबाद का वसूली नोटिस आया.’
अमेठी के एसपी के मुताबिक पुलिस लाइन अमेठी में रिजर्व पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 24 मार्च, 2023 को प्रकाश मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात), 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखा), 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान सुरक्षा, वसीयत आदि की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
BJP का बयान आया
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में प्रकाश मिश्रा को बीजेपी नेता बताया गया है. इसे लेकर BJP की सफाई आई है. PTI के मुताबिक अमेठी जिले के बीजेपी अध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा है कि प्रकाश मिश्रा एक पार्टी कार्यकर्ता हैं और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. त्रिपाठी ने कहा कि कानून अपना काम करेगा और दोषी पाए जाने पर मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी