ऋषि मिश्रा
अव्यवस्थाओं एवं गंदगी का दंश झेल रहा बछरावां बस स्टॉप
बछरावां रायबरेली। जहां एक और केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर स्वच्छ भारत मिशन योजना को साकार रूप प्रदान करने का काम कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर जनपद का सिंह द्वार कहे जाने वाले बछरावां कस्बे के मुख्य चौराहे पर स्थित बस स्टॉप जनप्रतिनिधियों की ओछी मानसिकता के कारण अपनी दयनीय स्थिति पर आंसू बहा रहा है। बस स्टॉप पर इस कदर गंदगी का अंबार फैला हुआ है जिसे देखकर यह सवालिया निशान उठना लाजमी हो जाता है कि क्या यही है स्वच्छ भारत मिशन योजना? जिसको सफल बनाने का सपना देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री देख रहे हैं। विदित हो कि बस स्टॉप पर बना शौचालय कई माह पूर्व नव निर्माण के लिए तोड़ दिया गया था तब से लघुशंका के लिए आने जाने वाले यात्रियों को बस स्टॉप पर इधर-उधर लघु शंका करनी पड़ती है और उसके बदले में ₹5 प्रति व्यक्ति विभाग द्वारा बनाए गए काउंटर पर जमा करने भी पडते हैं। अब ऐसे में बस स्टॉप पर लगे गंदगी के अंबार पर अधिकारियों की नजर भी नहीं पड़ रही है और न ही जनप्रतिनिधियों की जो आए दिन अपने नेताओं का स्वागत इसी बस स्टॉप पर किया करते हैं। क्षेत्रीय लोगों की मानी जाए तो उनका कहना है कि भाजपा सरकार के 5 वर्ष का कार्यकाल बीतने को है मौजूदा विधायक राम नरेश रावत सिर्फ मंचों से क्षेत्रीय लोगों को विकास का सपना दिखाने का काम किया करते हैं परंतु उन्हें अव्यवस्थाओं का दंश झेल रहा कस्बे का बस स्टॉप नहीं दिखाई देता है। अब ऐसे में यह एक यक्ष प्रश्न है कि जब मौजूदा सरकार के जनप्रतिनिधि यानी क्षेत्रीय भाजपा विधायक रामनरेश रावत क्षेत्र में हुए विकास कार्यों की कथा सुनाने का काम करते हैं तो आखिरकार उनकी यह विकास की कथा कस्बे के बस स्टॉप पर आकर क्यों समाप्त हो जाती है।