अमेठी/शुकुल बाजार : जहां केंद्र व राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि शिक्षा विभाग में सुधार हो लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सिर्फ ऑफिस में बैठकर कुर्सी का आनंद ले रहे हैं खण्ड शिक्षा अधिकारी सिर्फ ऑफिस में ही बैठे रहते हैं। यह पूरा मामला विकास क्षेत्र बाजार शुकुल के प्राथमिक विद्यालय सिंघनामऊ का है जहां 2010 से लेकर आज तक रसोईया लकड़ी और उपलो पर MDM का भोजन बनाने को मजबूर है।
ऐसे में एक गम्भीर सवाल खण्ड शिक्षा अधिकारी पर भी उठ रहा है। कि क्या 2010 से लेकर आज तक प्राथमिक विद्यालय सिंघनामऊ नहीं गये खण्ड शिक्षा अधिकारी इससे साफ जाहिर होता है। कि कुर्सी का सुख ले रहे हैं। खण्ड शिक्षा अधिकारी । जिससे रसोईया को भोजन बनाने में लकड़ी और उपलो से जो धुआ उत्पन होता है। उससे रसोईया को काफी परेशानी होती है। ऐसे में प्रधानाध्यापक सुखराम जी ने कई बार विभाग में और प्रधान राम प्यारे को अवगत कराया लेकिन किसी ने प्रधानाध्यापक की बात नहीं सुनी ।
ऐसे में इस समय विवादों मे घिरे जिलाधिकारी प्रशांत के जाने के बाद नए जिलाधिकारी अरुण कुमार खण्ड शिक्षा अधिकारी और प्रधान राम प्यारे पर क्या कार्यवाही करते हैं।
अमेठी से सुरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट