जरूरी नहीं कि रोशनी चिरागो से ही हो
तालीम से भी घर रोशन हुआ करते हैं
मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा केंद्र की शुरुआत
5 सितंबर राष्ट्रीय शिक्ष क दिवस जो देश के दूसरे राष्ट्रपति रहे भारत रत्न डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्मदिन को
वर्ष 1962 से मनाया जा रहा है स्वर्गीय डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का कहना था
शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिक का सदुपयोग किया जा सकता है
सामाजिक संस्था अंजुमन इदरीसी या ने अपनी स्थापना के 50 वें वर्ष में कोरोना महामारी को देखते हुए जिस तरह से
कि अभी तक सभी विद्यालय बंद चल रहे हैं और ग्रामीण अंचल में ऑनलाइन शिक्षा हेतु सुचारू व्यवस्था ना होने के कारण माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत निर्माण के आह्वान को दृष्टिगत
देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर शिक्षा केंद्र प्रारंभ करने का निर्णय लिया है
जिससे कि ग्रामीण स्तर पर बच्चों को सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस बनाकर मस्क वा सैनिटाइजर के प्रयोग करते हुए शिक्षा व्यवस्था की जा सके
सामाजिक संस्था अंजुमन इदरीसी या के संगठन मंत्री रब्बुल हसन इदरीसी साहब जो प्रवासी भारतीय हैं और इस समय दौलत अल् कुवैत में हैं
उनकी गैरमौजूदगी में उनकी अर्धांगिनी रूबी हसन इदरीसी ने
अपने बेटे माजिद इदरीसी का मार्गदर्शन दिया हौसला बढ़ाया और मजीद इदरीसी ने अपनी मां के दिशा निर्देशों पर इस नेक काम की शुरुआत कर दी
गांव व मोहल्ले के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने का संकल्प लिया
आज माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के गृह जिले गोरखपुर के विकासखंड पिपराइच स्थित ग्राम पंचायत कैथवलिया में रब्बुल हसन इदरीसी के बेटे माजिद इदरीसी ने इस नेक काम की शुरुआत कर दी
सामाजिक संस्था अंजुमन इदरीसीया ने मां बेटे द्वारा शुरू किए गए
अबुल कलाम आजाद शिक्षा केंद्र कि सराहना की
नफीस ✍️इदरीसी