मनीष अवस्थी
रायबरेली- 20 अगस्त 2018 वह तारीख थी जब अमेठी जिले में तैनात दरोगा धर्मेंद्र गौतम की हरचंदपुर थाना क्षेत्र के गंगागंज स्थित टयूबवेल पर गला रेत कर हत्या कर दी गई थी घटना के बाद जल्द ही हत्यारो को गिरफ्तार करने का दावा किया गया था पर एक नही दो दो कप्तान भी बदल गए पर दरोगा हत्या कांड से पर्दा नही उठ सका तज पर कहते है न पुलिस के हाथ बहुत लंबे होते है और आख़िर कार लगभग दो वर्ष बाद दरोगा कर हत्यारो को पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुँचा हो दिया।दरअसल पुलिस के अनुसार हत्या की वजह जमीनी विवाद निकल कर सामने आया। मृतक दरोगा धर्मेंद्र गौतम निवासी मझिगवां की जमीन हरचंदपुर थाना क्षेत्र के गंगागंज के पास हाइवे के किनारे थी जहां पर मृतक जब भी छुट्टी पर आता था तो वहां जाता था। उसी जमीन के पीछे सोनू यादव की जमीन थी रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था जिसको लेकर दरोगा की हत्या की गकी है पुलिस के छानबीन में सोनू यादव, विजय यादव, बबलू चौरसिया व राम कुमार यादव का नाम प्रकाश में आया था जिस पर पुलिस ने छानबीन शुरू की और हाल ही में सोनू यादव व राम कुमार को जेल भेज दिया था वही विजय यादव व बबलू चौरसिया फरार चल रहे थे जिस पर पुलिस ने 15-15 हजार कनिनम घोसित कर रखा था और आज पुलिस ने फरार दोनो हत्यारोपितो को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है।
पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि जमीन में रास्ते का विवाद था जिस पर मृतक दरोगा की हत्या की गई थी सभी आरोपी अब सलाखों के पीछे पहुचा दिए गए है हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल भी बरामद कर लिया गया है खुलासा करने वाली टीम को इनाम भी दिया जाएगा।