अमेठी: लॉकडाउन के बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों को यूपी की योगी सरकार सकुशल वापस ला रही है। हजारों की संख्या में अबतक मजदूर अपने-अपने घरों को पहुंच चुके हैं। इसी क्रम में आज अमेठी जिले के भी 283 श्रमिक अमेठी पहुंचे तो उनके चेहरे पर खुशी की वो लकीर थी जो करीब डेढ़ महीने से गायब थी।
अमेठी आए श्रमिकों के खुशी का ठिकाना नहीं था। उनकी उम्मीद खत्म हो चुकी थी, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से वायदा किया था वह एक के बाद एक एक पूरा होता जा रहा है। हालांकि सरकार ने कड़े निर्देश दिए हैं कि वापस आए सभी लोगों को 14 दिन के अनिवार्य क्वॉरंटीन में रहना होगा।गुजरात के अहमदाबाद से श्रमिकों को लेकर पहुंची स्पेशल ट्रेन में प्रदेश के 42 जिलों के 1212 लोग सवार थे। जिनमें अमेठी के 283 लोग शामिल थे। जिला प्रशासन ने अमेठी के 283 श्रमिक समेत 1212 श्रमिकों का थर्मल स्कैनिंग और अन्य जांचों के बाद उन्हें जिला प्रशासन की ओर से खाने के पैकेट देकर सरकारी बसों में बैठाकर घर भेजा गया। अमेठी स्टेशन पर सुबह से ही जिलाधिकारी अरुण कुमार, पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग, एडीएम वंदिता श्रीवास्तव, सीएमओ के साथ डॉक्टरों की टीम और तमाम पुलिसकर्मी मौजूद थे।प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रोडवेज बसों से 55 हजार से ज्यादा लोग पहले चरण में आ चुके हैं। राजस्थान से लगभग 10 हजार लोगों को बसों के जरिए वापस लाने और राजस्थान के मजदूरों को वापस भेजने की तैयारी चल रही है। उत्तर प्रदेश में अब तक गुजरात से 32 हजार महाराष्ट्र से 7 हजार कर्नाटक से 1,200 और तेलंगाना से 3 हजार लोग वापस लाए जा चुके हैं। अवनीश अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने विदेशों से भी आने वाले यात्रियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सरकार विदेश से भी अपने लोगों को वापस ला रही है। आगामी 9 मई को रात 8 बजे पहली फ्लाइट शारजाह से लखनऊ लोगों को लेकर आएगी।
विदेश में रह रहे यूपी के लोगों को वापस लाने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र से अनुरोध किया था, जिसके बाद 200 फ्लाइट्स के जरिए उनकी वापसी का प्लान बनाया गया है। दूसरे राज्यों और विदेश से आने वाले सभी लोगों की मेडिकल जांच होगी और उन्हें 14 दिन के अनिवार्य क्वॉरंटीन में रहना होगा।
अमेठी से सफीर अहमद की रिपोर्ट