अमेठी: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत गरीबों को राशन व खाद्यान्न देने की प्रक्रिया दबंगई की भेंट चढ़ रही है। यह दबंगई कोई और नहीं बल्कि वही कोटेदार दिखा रहा है। जिस पर समय से राशन वितरण करने की जिम्मेदारी जिला पूर्ति कार्यालय से अधिक्रत तौर पर सौंपी गई है।
मामला विकासखंड बाजार शुकुल.के गांव सेवली का है। जहां का कोटेदार अपनी राजनैतिक पहुंच के कारण ग्रामीणों को कुछ भी नहीं समझता। समय से दुकान आना और जाना तो दूर यह विक्रेता कोटे पर आए कार्डधारकों को राशन देने के बजाए झिड़कियां देता है। यहां तक कि राशन लेने आए गरीबों को धमकियां देकर भगा देता है। सेवली गांव का यह कोटा स्याम नारायण सिंह के नाम पर है।
प्रधान आशा सिंह जिसका प्रतिनिधित्व स्वयं उनके ससुर करते है। यह जानकारी सेवली गांव के तमाम कार्डधारकों ने सम्बंधित अधिकारी को दी है। शिकायती पत्र के माध्यम से पहुंचाई गई जानकारी में यह बातें ग्रामीणों ने सम्बन्धित अधिकारी को बताई हैं। आरोप लगाते हुए कहा है कि कोटेदार व प्रधान दोनों एक ही घर के होने के कारण अपनो के माध्यम से राशन की कालाबाजारी में सक्रिय है। गांव वालों का कहना है कि कोटेदार कार्डधारकों से दबंगई के दौरान यह जताने से परहेज नहीं करता है कि उसकी राजनैतिक पहंुच है। बल्कि रौब गांठते हुए अपनी ऊं ची पहंुच का रुतबा झाड़ता है।
जिससे लाभार्थी अपने हक़ से वंचित हैं। ग्रामीणों में
राम नगीना, समीकुल निशा, शोभनाथ, हनुमान बक्स सिंह, कुँअर बहादुर सिंह, हरि संकर ,राम विनोरे, सेर बहादुर सिंह, बाबू लाल, भीखू ,सहित आधा सैकड़ा लोगों ने सम्बंधित अधिकारी से शिकायती पत्र देकर उक्त आरोप लगाए हैं। पचास फीसद लोगों को नहीं मिलता राशन कोटेदार पात्र ग्रहस्थी का राशन कभी भी यूनिट के अनुसार नही देते हैं ।
हिसाब से नही देता। 20 किलो राशन 150 रुपए का दिया जाता है। मनमर्जी दामों के साथ भी यह राशन प्रत्येक तीसरे महीने में 50 प्रतिशत पात्र लोगों को नही दिया जाता है। कोटेदार ठाकुर होने के नाते ग्रामीणों के साथ गाली गलौज मारपीट करता है।
सम्बन्धित सप्लाई स्पेक्टर से बात करना चाहा तो उन्होंने फोन उठाकर ही काट दिया है
अमेठी से सुरेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट