मोहनलालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में पिछले वर्ष खुले जन औषधि केंद्र में
कई महीनों से ताला बंद पड़ा है । मोहनलालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में पिछले वर्ष जन औषधि केंद्र प्रधानमंत्री द्वारा अनेकों अस्पतालों में सस्ती दवा मरीजों को मिल सके इस उद्देश्य से खुलवाए गए थे जो कि पिछले कई महीनों से बंद पड़ा है जन औषधि केंद्र में ताला बंद होने के कारण मरीज निजी मेडिकल स्टोरों से महंगी दवाएं खरीदकर अपनी जेब ढीली करने को मजबूर है , तमाम शिकायतों के बावजूद स्वास्थ्य विभाग अब तक जन औषधि केंद्र संचालित नहीं कर सका ।
जुलाई 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारतीय जन औषधि केंद्र का उद्घाटन कर क्षेत्रीय लोगो को चौबीस घंटे सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने की सुविधा का दावा किया गया था । लगभग छह माह तक जन औषधि केंद्र खोला गया जिसकी सराहना वहां पर दवा खरीदने जाने वाले रोगियों ने भी की , लेकिन परिसर में आये लोगो ने बताया कि करीब 3 माह से जन औषधि केंद्र में पूर्ण रूप से ताला बंद है । और यहां पर आने वाले रोगी बाहर खुले मेडिकल स्टोरों से महंगी दवा लाने को विवश है । और खोले गए इस केंद्र के माध्यम से रोगियों को सस्ते दाम पर दवाएं उपलब्ध कराने की सरकारी मंशा पूरी तरह से खोखली साबित हो रही है । आंकड़े गवाह है कि सीएचसी की ओपीडी में अमूमन प्रतिदिन 700 से 800 रोगी इलाज कराने आते है , इसके अलावा चौबीस घण्टे चलने वाली इमरजेंसी हर रोज काफी तादात में इमरजेंसी में मरीज आते है । लेकिन जन औषधि केंद्र में तालाबंदी के चलते निजी मेडिकल स्टोरों पर जाकर यहां आने वाले रोगियों को मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है , इतना ही नही जब इस सम्बंध में सीएचसी आधीक्षक डॉ ० मिलिंद वर्धन ने मई माह में बताया था कि पूरी दवा न मिल पाने के कारण बन्द है लेकिन शीघ्र खुल जाएगा लेकिन अभी तक जन औषधि केंद्र खुल नही सका है दुकान में ताला लटक रहा है ।
सीएचसी में दवा लेने आने वाले रोगियों ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी ये आलम है कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों में तालाबंदी है इससे लगता है भाजपा सरकार की यह सोची समझी रणनीति थी मोहन लाल गंज से भाजपा सांसद कौशल किशोर भी है फिर भी क्षेत्र से आने वाले रोगियों को जन औषधि केंद्र में मिलने वाली सस्ती दवाओं का लाभ नही मिल पा रहा है ।
शिव बालक गौतम की रिपोर्ट