निगोहा। समाज में एक लड़के और लड़की को ले कर कई स्तर पर भेदभाव किया जाता है।यह भेदभाव समुदाय से लेकर हमारे स्कूल-कॉलेज तक में होता है और यही आगे चल कर हिंसा का रूप धारण कर लेता है। ऐसी ही कुछ बातें मानवाधिकार और महिला मुद्दों के लिए काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था ब्रेकथ्रू द्वारा निगोहा स्थित रामपुर प्राइमरी स्कूल में आयोजित ओपेन माइक ‘खुल के बोल’ कार्यक्रम में कही गईं। इस कार्यक्रम में महिलाओं और लड़कियों के साथ होने वाले भेदभाव और लैंगिक हिंसा के विषय पर युवाओं ने अपने विचार रखे।कार्यक्रम का संचालन व समन्वय ब्रेकथ्रू के नदीम ने किया।
ब्रेकथ्रू के समाजिक कार्यकर्ता आदित्य ने कहा कई बार देखने और सुनने में आता है कि महिलाओं और लड़कियों को अपने परिवार में बराबरी का दर्जा नहीं दिया जाता है। ऐसा कई बार देखा गया है की मूलभूत अधिकारों की बात करने पर भी उन्हें असमानता का सामना करना पड़ता है। यह असमनाता आगे चल कर लैंगिक हिंसा का रूप धारण कर लेती है ।आदित्य ने बताया कि ज्यादातर लोग इन मुद्दों पर बात करने से कतराते हैं क्योंकि वो इसे अपनी इज्ज़त से जोड़ते हैं ।इसको लेकर रामपुर की छात्रा कल्याणी बाजपेई, अभिलाषा, अनम, फरहा शांतनु ने अपने विचार साझा किये।
रिपोर्ट अभय दीक्षित