डलमऊ रायबरेली कस्बे में गंगा नदी से निकले कैनाल पंप डलमऊ को गंगा नदी में पानी कम होने के कारण बंद कर देने से प्रथम सोपान से द्वितीय सोपान तक डलमऊ कस्बे में लगभग 3 किलोमीटर दूरी तक नहर में लाखों मछलियां मर गई मछलियों के मर जाने से नहर का पानी दूषित हो रहा है जिसे पीकर जानवर बीमार हो जाएंगे और मछलियों की गंध से कस्बे में संक्रामक बीमारी का खतरा मंडराने लगा है नगर पंचायत अध्यक्ष उपेंद्र दत्त गौड़ ने बताया कि प्रतिवर्ष भीषण गर्मी के चलते गंगा नदी का जलस्तर कम हो जाने पर कैनाल पंप बंद कर दिया जाता है जिससे गंगा नदी के पानी में जहरीले तत्व की अधिकता हो जाती है जिसे नदी के साथ-साथ कैनाल पंप नहर में सैकड़ों कुंटल मछलियां मर जाती है प्रतिवर्ष प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कर्मचारी खानापूर्ति के नाम पर नदी के पानी का सैंपल ले जाकर ठंडे बस्ते में डाल देते हैं लेकिन इसका स्थाई निराकरण अब तक नहीं किया जा सका जिससे जलीय जीवो का जीवन खतरे में पड़ जाता है और लाखों मछलियां मर जाती हैं और सूचना के बावजूद भी क्षेत्रीय प्रशासन मूकदर्शक बना रहता है ।कस्बा वासियों द्वारा क्षेत्रीय प्रशासन से कैनाल पंप डलमऊ को चालू करवा कर मरी हुई मछलियों से उत्पन्न होने वाले बीमारी से निराकरण की मांग की है।
ब्यूरो रिपोर्ट मनीष अवस्थी