अमेठी: वीवीआईपी सीट अमेठी से सांसद राहुल गांधी हों या इनके मुकाबले पर उतरी मंत्री स्मृति ईरानी, बड़ी तादाद में वोटों का लाभ लेकर अपना क़द बड़ा करने की गुणा-गणित में व्यस्त हैं। सही स्थित ये है के यहां के वोटरों की जमीनी स्तर पर हालत क्या है इसे देखने वाले कोई नहीं है। यही कारण है कि यहां की गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र के मुसाफिरखाना कोतवाली अंतर्गत कैलाश पुर गांव में सम्पर्क मार्ग न होने से नाराज ग्रामीणों ने ‘रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर’ लगाकर मतदान का बहिष्कार करने को धमकी दी है।
‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ बैनर लगाकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि दादरा से कैलाशपुर तक सम्पर्क मार्ग का निर्माण करने की मांग पहले भी की गयी थी। बीते वर्ष विधायक राकेश प्रताप सिंह ने लोक निर्माण विभाग को पत्र भी लिखा था। जन सुनवाई में इस बावत शिकायत भी की गयी थी लेकिन मसले का अभी तक कोई हल नहीं निकला है। ग्रामीणों की माने तो आजादी के 75 साल में भी उनके गांव की हालत वैसे ही है जैसे आजादी के पहले थी। यहां आने-जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। हम लोग वोट बराबर देते रहते हैं, आते हैं हमको सांत्वना देकर चले जाते हैं।
उसके बाद कोई सुनता ही नहीं। इसलिए हम वोट देने का बहिष्कार करते हैं।
इस बाबत जब मीडिया ने डीएम अमेठी से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा के इसकी सूचना ही उनको नहीं है। मीडिया के माध्यम से ही हमे सूचना मिल रही है। उन्होंने कहा के मतदान करना न केवल मतदाता का कर्तव्य है बल्कि उसका संवैधानिक अधिकार है। प्रकरण संज्ञान में आया है मैं एसडीएम को भेजूंगा और वो जाकर उनकी समस्या का निराकरण भी कराएंगे। उनसे संकल्प पत्र भी भरवाएगे और उन्हें मतदान के लिए प्रेरित भी करेंगे