अमेठी।लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने अमेठी से पर्चा दाखिल किया, सोनिया गांधी प्रियंका गांधी और वाड्रा मौजूद रहे 3 किमी का रोड शो भी किया रोड शो में भारी संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा
राहुल गांधी अमेठी के साथ ही केरल की वायनाड सीट से भी लड़ रहे चुनाव
राहुल अमेठी से लगातार 3 बार से सांसद, पिछली बार सबसे कम 1 लाख 7 हजार वोटों से जीते
अमेठी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा चुनाव के लिए अमेठी से नामांकन दाखिल कर दिया उन्होंने चौथी बार यहां से पर्चा भरा। इससे पहले उन्होंने गौरीगंज इलाके में बहन प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा के साथ दो किलोमीटर का रोड शो किया इस दौरान सोनिया गांधी भी मौजूद ररहीं। राहुल इस बार केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं 4 अप्रैल को राहुल गांधी ने वहां से पर्चा भरा था उस दौरान प्रियंका भी उनके साथ मौजूद थीं
रोड शो में कार्यकर्ता गरीबों को 72 हजार रुपए सालाना देने वाली कांग्रेस की न्याय योजना के नीले रंग के झंडे लहराए इन पर राहुल की तस्वीर थी पहली बार इस तरह के झंडे कांग्रेस के कार्यक्रम में नजर आए कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया भी रोड शो में उनके साथ थे राहुल के नामांकन के चलते कलेक्ट्रेट को भी फूलों से सजाया गया
अमेठी में राहुल का मुकाबला इस बार फिर भाजपा की स्मृति ईरानी से है। ईरानी 11 अप्रैल को पर्चा भरेंगी इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। यहां बसपा-सपा गठबंधन ने अपना कोई भी उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरा है
राहुल गांधी 2004 में अमेठी के पहली बार सांसद बने तब उन्होंने बसपा के चंद्र प्रकाश मिश्रा को करीब तीन लाख वोटों से हराया था 2009 के चुनाव में राहुल फिर जीते इस बार जीत का आंकड़ा साढ़े तीन लाख पहुंच गया 2014 में राहुल तीसरी बार इस सीट से सांसद चुने गए तब उनका मुख्य मुकाबला भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से ही था लेकिन इस बार राहुल की जीत का अंतर घटकर एक लाख सात हजार वोट पर आ गया
अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां अब तक 16 लोकसभा चुनाव और दो उप चुनाव हुए हैं। इनमें कांग्रेस 16 बार जीती 1977 में यहां भारतीय लोकदल और 1998 में भाजपा ने चुनाव जीता था
राहुल गांधी के चाचा-पिता और मां भी रहे अमेठी के सांसद
गांधी परिवार से जब जब नए नेता आए वह अमेठी से ही लोकसभा पहुंचे अमेठी में गांधी परिवार ने 1980 में दस्तक दी थी तब संजय गांधी यहां कांग्रेस के टिकट से सांसद चुने गए। उनके निधन के बाद राजीव गांधी ने राजनीति में पदार्पण किया और
1981 से 1991 तक लगातार चार बार यहां से सांसद चुने गए
1991
में राजीव गांधी के निधन के बाद कांग्रेस के सतीश शर्मा 1991 से 1998 तक यहां से सांसद चुने गए 1998 से 1999 तक भाजपा के संजय सिंह यहां से लोकसभा गए 1999 में जब सोनिया गांधी का राजनीति में पदार्पण हुआ तो वह भी चुनाव लड़ने अमेठी आईं 1999 से 2004 तक वे यहां से सांसद रहीं इसके बाद वह रायबरेली सीट से लगातार सांसद हैं 2004 में राहुल गांधी ने राजनीति में कदम रखा और उन्होंने भी अमेठी को चुना राहुल गांधी हमेशा कहते हैं की अमेठी मेरा घर है अमेठी का मेरा दिल रिश्ता है।
अमेठी से आदित्य बरनवाल की विशेष रिपोर्ट