सुल्तानपुर से सुनील राठौर की रिपोर्ट
सुल्तानपुर।कूरेभार थाना क्षेत्र के कौडियावां गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षो में चली आरही पुरानी रंजिश के कारण बुधवार को स्वच्छता मिशन के तहत बनाया जारहा इज्जत घर (शौचालय) निर्माण को लेकर जमकर दोनों परिवार के बीच हुयी मारपीट में एक पुरूष की मौत होने के साथ ही लगभग आधा दर्जन भर महिलाये गम्भीर रूप से घायल हो गयी है। जिसे ग्रामीणों व स्थानीय पुलिस की मदत से जिला अस्पताल रेफर किया गया है। जहा एक अधेड़ की मौत हों गयी। और कूरेभार पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल बरामद कर कुछ आरोपियों को हिरासत में लेते हुये कई गम्भीर धाराओ में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही में जुटी हुयी है। वही स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता व जिला स्तरीय पुलिस अधिकारियो की संवेदनहीन बने रहे।
घटना बुधवार को साम लगभग 5 बजे कूरेभार थाने के पीछे स्थित कौड़ियावां गांव में तेज बहादुर व अगनू परिवार से विगत 20 वर्षो से पुरानी रंजिश चली आरही थी। जिसके कारण बुधवार को अगनू पुत्र सम्पत के द्वारा विवादित जमीन पर स्वच्छता मिशन के तहत इज्जत घर (शौचालय) का निर्माण कार्य कर रहे थे कि तभी उक्त गांव के ही पड़ोसी तेज बहादुर पुत्र ठनगनि ने अगनू के शौचालय निर्माण का विरोध किया तो विपक्षियो ने अपने परिजनों के साथ एक जुट होकर तेज बहादुर व उसके परिवार पर लोहे के राड, फावड़ा व लाठी डंडो से हमला बोल दिया। जिसके कारण निर्माणाधीन शौचालय के गढ्ढे में तेज बहादुर (48) को गिरकर जमकर सर पर प्राणघातक हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। और जब इस घटना का बीच बचाव करने पहुँचे तेज बहादुर के परिवारीजनो में पीड़ित तेज बहादुर की पहली पत्नी राजपति 45, दूसरी पत्नी रेखा 40 सहित रानी 20पुत्री तेजबहादुर, आरती 17पुत्री मिट्ठूलाल, पुष्पा 25पत्नी सन्तोष कुमार को गम्भीर चोटे आयीं है। मारपीट के दौरान गुहार सुनकर मौके पर पहुँच स्थानीय ग्रामीणों व कूरेभार पुलिस ने एम्बुलेंस के माध्यम से कूरेभार सीएचसी पर भर्ती कराया जहा चिकित्सक ने तेज बहादुर, राजपति व रेखा की हालत गम्भीर देख जिला अस्पताल के लिये रेफर कर दिया। वही जिला अस्पताल पहुँचते ही डॉक्टर ने तेज बहादुर को मृत घोषित कर दिया। वही कूरेभार पुलिस ने मृतक तेजबहादुर के छोटे भाई मिट्ठूलाल की पत्नी बिट्टन की तहरीर पर आजाद, राज कुमार, राम पाल, राम सुन्दर पुत्रगण अंगनू व आरोपियों के पिता अंगनू पुत्र सम्पत को नामजद करते हुये मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुटी हुयी है। यही नही इस घटना के प्रति जिले के जिम्मेदार पुलिस अधिकारियो का आलम यह है कि इस हत्या के गम्भीर प्रकरण को लेकर कोई भी जिले का पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुचना मुनासिब ही नही समझा है। घटना कूरेभार थाने के समीप होने के कारण थानाध्यक्ष व अन्य पुलिस बल चहल कदमी करते तो नजर आये परन्तु सीओ या अन्य जिला स्तरीय पुलिस अधिकारी संवेदनहीन बने रहे।
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स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता पर खड़े हुये सवाल…
थाना क्षेत्र कूरेभार में हुयी निर्मम हत्या को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में चर्चा का विषय होने के साथ ही कूरेभार पुलिस की निष्क्रियता पर भी कई सवाल खड़े हो गये है। बताया जारहा है कि विगत कुछ दिनों पूर्व ही इस शौचालय निर्माण को लेकर तेजबहादुर व अंगनू के बीच विवाद हुआ था जिसके कारण मामला कूरेभार थाने पर पहुँचा तो स्थानीय पुलिस ने आम तौर पर उक्त विवाद को हलके में लेते हुये ठंडे बस्ते में डाल दिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि इस जमीनी विवाद को लेकर तेजबहादुर को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया। और परिवार का सहारा ही छीन गया। इसके बाद भी कोई जिले का पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुचना जरूरी ही नही समझा है…!
इनसेट
दो पत्नियो सहित सात बच्चों के जीवन पर गहराया संकट का बदल…
मृतक तेज बहादुर की दर्दनाक मौत से राजपति व रेखा का सुहाग तो छीन ही गया। इसके साथ ही पहली पत्नी राजपति के पांच बच्चों में सन्तोष, विनोद, राजा, शोभा व रानी है और रेखा के दो बच्चे है जिसमे राहुल व अंजली है। मृतक तेज बहादुर एक निजी विद्यालय का वाहन चलकर अपने परिवार का जीविकोपार्जन करता था। जिसके कारण अब बच्चों के सर से पिता का साया भी उठ गया है। तेज बहादुर की मौत से परिवारिजनो सहित नात रिश्तेदारो में कोहराम मचा हुआ है।