अमेठी– अंधा बांटें रेवड़ी चीन्ह-चीन्ह के देय’ यह कहावत इस खड़हर सड़क को देखकर बिल्कुल सही कही जा सकती हैं, वैसे राजनैतिक विश्वपटल पर अमेठी काफी वीवीआईपी माना जाता है लेकिन अगर विकास कि नजर से अमेठी को देखा जाए तो वास्तविकता हकीकत से परे हैं।, तिलोई तहसील क्षेत्रीय राज्य मंत्री का गृह क्षेत्र है यही नही कांग्रेस पार्टी के मुखिया व कार्यकर्ता व् स्मृति ईरानी द्वारा अपने आपको अमेठी को अपना गढ व घर कहने वाली पार्टी के दिग्गज नेताओं की नजरे इनायत इस जर्जर गड्ढों में तब्दील पथरीले रोड की तरफ कभी नहीं गई | सैम्बसी व कूरा दो न्याय पंचायतों को जोड़ने वाली इस सडक कि लम्बाई लगभग डेढ कि०मी० है जो अंधेर मे फंसी है जो की कूरा लिंक रोड से जाने वाली ये सडक कई गावों व कस्बा को जोड़ते हुऐ, राष्ट्रीय राजमार्ग रायबरेली टू मुख्यलाय अमेठी मे जोडती है,कूरा, पूरे तिलक,सैम्बसी, बारकोट, लालगज, पीढी फुरसतगज आदि कई कस्बे व गाव का आवा-गमन रहता है ,किसी निधि से 2015 मे पूरे तिलक से सैम्बसी बार्डर तक गिटटी मिटटी डलवा कर सड़क का दुरस्तीकरण करवाया गया था जोकि लम्बा समय बीत जाने के बाद भी आज ज्यो के त्यो पडा है! वही पर सैम्बसी ग्राम प्रधान बब्बू मिश्रा प्रयास के साथ काफी सहयोग रहता है की हर आने वाली बरसात मे अपने निजी रुपयों से मिटटी डलवा कर जनता को परेशानी से निजात दिलाते है, यही नही कई बार क्षेत्रीय ग्रामीणों द्वारा विभागीय शिकायत भी की गई लेकिन यह सब कागजी कार्यवाही तक ही सिमट गया |जिससे गांव मे अक्रोश साफ जाहिर हो रहा है!
शैलेश नीलू की रिपोर्ट