सुल्तानपुर– उप्र माध्यमिक शिक्षक के नेतृत्व में (वित्तविहीन, स्ववित्त पोषित सहित) जनपद सुलतानपुर के सभी शिक्षकों ने हाईस्कूल व इण्टर की बोर्ड की उत्तर-पुस्तिकाओं का कार्य बहिष्कार किया और मूल्यांकन केन्द्रों के गेट पर जमें रहे। जानकारी के अनुसार वित्तविहीन, तदर्थ शिक्षकों, कम्प्यूटर अनुदेशकों में अपनी समस्याओं को लेकर भारी रोष व्याप्त है। शुक्रवार को जिले के शिक्षकों की मांग है कि राजकीय शिक्षकों की भांति अनुदान प्राप्त माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को भी समस्त सुविधाओं से आच्छादित किया जाय, पुरानी पेंशन बहाल की जाय व मूल्यांकन की राशि सीबीएसई बोर्ड के बराबर की जाने को मांग प्राथमिकता पर रखी गयी।जीआईसी सुलतानपुर में मूल्यांकन बहिष्कार का नेतृत्व दीपक सिंह, श्यामलाल निषाद, रामकृपाल सिंह, जीजीआईसी केन्द्र पर डॉ राजेश सिंह, अजीत पाण्डेय, रमाकान्त सिंह, देवेन्द्र कुमार पाठक, सतीश पाण्डेय, कुँवर साहब सिंह, समर बहादुर सिंह, शैलेश तिवारी, महाराणा प्रताप उतुरी में अशोक कुमार सिंह, हरिद्वार सिंह, श्रीकान्त त्रिपाठी, ज्ञान प्रकाश तिवारी, राजनाथ यादव व नेशनल इण्टर कालेज कादीपुर में अजय बहादुर सिंह, नवीन शर्मा, विवेक सिंह, वीरेन्द्र तिवारी ने आंदोलन का नेतृत्व किया। माध्यमिक शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी श्यामलाल निषाद ने बताया कि जब तक शिक्षकों की उपरोक्त मांगों पर सरकार सहानुभूतिपूर्वक विचार नहीं करेगा तब-तक बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार जारी रहेगा।