अमेठी:शुकुल बाज़ार विकाश खंड में बने पशु चिकित्सालय की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि न ही कोई बिल्डिंग सही बची न ही कोई चिकित्सक मौजूद रहते है । सिर्फ जब कोई जाता भी है तो खाली कुर्शी नजर आती ।
वही योगी सरकार लाख दावा करती है कि हमारी सरकार पशुओ के लिए बहुत सारी योजना लाई है पर ये सब बातें खाली हवा में साबित हो रही है । हालात ऐसे है कोई सुबह में कमरे कुर्शी तो जरूर सजा देता है परंतु चिकित्सक कोई नजर नही आता ।

यहाँ तक कि गाँव गाँव जाकर निजी चिकित्सक जो सीमन की कीमत 15से20 रुपये की आती है उसे 250 से 300 का लेकर प्रयोग किया जा रहा है लोगो को मजबूरी में ऐसा करना पड़ता ज्यादा करके के तो लोगो को पता ही नही होता कि सीमन की कीमत क्या है । वही पुरानी बिल्डिंग में आज भी लगे बोर्ड में सुल्तानपुर दर्शाया जा रहा है जब कि पिछले कई वर्ष पूर्व में ही जिले का नाम बदल कर अमेठी किया जा चुका है पर अस्पताल में अभी तक नाम बदलने को मुनाशिब नही समझा । बिल्डिंगों में पंछियो का आशियाना बना पाया गया । आवारा पशुओं व कुत्तो का आशियाना बन चुका है पशु चिकित्सालय इसकी शिकायत कई बार लोगो ने अपने जन प्रधनिधियो से किया पर अभी तक निराशा ही हाथ लगी ।
रिपोर्टर- सुरेन्द्र शुक्ला,शुकुल बाज़ार